Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Mar, 2018 11:00 AM
जिले में करीब 46 सेवा केंद्र्र लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इन सेवा केन्द्रों में काम करने वाले मुलाजिमों को करीब 6 महीनों से वेतन नहीं दिया गया। इन सेवा केंद्रों में फरीदकोट में टाइप-ए का एक, कोटकपूरा और जैतो में टाइप-बी के 2 के अलावा 43...
फरीदकोट (हाली): जिले में करीब 46 सेवा केंद्र्र लोगों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इन सेवा केन्द्रों में काम करने वाले मुलाजिमों को करीब 6 महीनों से वेतन नहीं दिया गया। इन सेवा केंद्रों में फरीदकोट में टाइप-ए का एक, कोटकपूरा और जैतो में टाइप-बी के 2 के अलावा 43 टाइप-सी के जिले में अलग-अलग गांवों में सेवा केंद्र खोले गए थे जिनको बी.एल.एस. नामक प्राइवेट कम्पनी चला रही है। इन सेवा केन्द्रों में करीब 80 मुलाजिम काम करते हैं। इन मुलाजिमों का गत करीब 6 महीनों से वेतन न मिलने के कारण मांग कर दिन काट रहे हैं और वेतन लेने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मुलाजिमों ने कई बार कम्पनी के अधिकारियों, सरकारी अफसरों और राजनीतिज्ञों को इस संबंधी मांग पत्र सौंपे परन्तु अभी तक वेतन नसीब नहीं हुआ। सरकार द्वारा बड़ी संख्या में सेवा केंद्र्र बंद करने का फै सला भी किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि इन सेवा केन्द्रों से मिलने वाली सुविधाओं से आम लोग काफी खुश हैं। शहर आने का किराया-भाड़ा लगाए बिना ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को तमाम सुविधाएं इन सेवा केन्द्रों से मिल जाती हैं। बड़ी संख्या में सेवा केंद्र बंद होने के डर से काम करने वाले मुलाजिमों के सिर पर काम छिनने की तलवार लटक रही है। सेवा केंद्र्र के एक सीनियर कर्मचारी ने बताया कि शहर का एक सेवा केंद्र्र पूरे महीने के सभी मुलाजिमों का वेतन निकाल रहा है परन्तु उनको वेतन नहीं मिल रहा है। सेवा केंद्र्र के एक मुलाजिम ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह वेतन बिना बहुत परेशान है और जल्द वेतन मिलने की आस से ही काम कर रहे हैं।