Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 03:12 PM
पी.एस.ई.बी. इम्प्लाइज ज्वाइंट फोरम पंजाब के आह्वान पर मंडल मुक्तसर की ओर से राज्य सरकार द्वारा थर्मल प्लांट बंद करने के लिए फैसले के खिलाफ राज्य सरकार व पावरकॉम की मैनेजमैंट की अर्थी फूंकी गई। इस अवसर पर कर्मियों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपने...
श्री मुक्तसर साहिब (तनेजा, खुराना): पी.एस.ई.बी. इम्प्लाइज ज्वाइंट फोरम पंजाब के आह्वान पर मंडल मुक्तसर की ओर से राज्य सरकार द्वारा थर्मल प्लांट बंद करने के लिए फैसले के खिलाफ राज्य सरकार व पावरकॉम की मैनेजमैंट की अर्थी फूंकी गई। इस अवसर पर कर्मियों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपने निजी लाभ के लिए कर्मियों का भविष्य दाव पर लगा रही है। बीती अकाली सरकार ने इन थर्मल प्लांटों पर 718 करोड़ रुपए लगाकर इनका नवीनीकरण किया था। जिसके बाद इसकी समय-सीमा 2029 तक हो गई है लेकिन सरकार लोगों के समक्ष 11 रुपए प्रति यूनिट बिजली महंगी पैदा होने का गलत प्रचार कर रही है।
थर्मल प्लांट के कर्मियों का कहना है कि यहां से साढ़े 4 रुपए प्रति यूनिट बिजली की पैदावार होती है। इसके बावजूद राज्य का वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल अपने अडिय़ल रवैए के कारण इन्हें बंद कर कर्मियों को बेरोजगारी की ओर धकेल रहा है। नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इस फैसले को वापस नहीं किया गया तो वे 3 जनवरी को बठिंडा में बड़े स्तर पर रैली करेंगे।
सांझा फोरम पंजाब की तरफ से बनाए गए संघर्ष कार्यक्रम के अनुसार सब डिवीजन फरीदकोट और सब अर्बन सब डिवीजन की समूह टैक्नीकल जत्थेबंदियों की तरफ से थर्मलों को बंद करने, वर्कशापें तोडऩे के खिलाफ सिटी सब डिवीजन दफ्तर के गेट आगे पंजाब सरकार और पावरकाम की मैनेजमैंट की अर्थी फूं की गई। इस उपरांत आयोजित रैली को संबोधित करते हुए परमजीत सिंह प्रधान सिटी, विजय कुमार टी.एस.यू., हरदेव सिंह आई.टी.आई., गोरख राम फैडरेशन और हरप्रीत सिंह टी.एस.यू. डिवीजन प्रधान ने थर्मलों और वर्कशापों को बंद करने की निंदा की।
उन्होंने कहा कि थर्मल प्लांट बंद करने से हजारों कामगारों का रोजगार छिन जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रत्येक घर को नौकरी देने का वायदा किया था, परंतु मुलाजिमों और लोक विरोधी फैसले लागू करने के कारण हजारों घरों के चूल्हे बंद होंगे। मुलाजिमों ने कहा कि यदि सरकार जनविरोधी फैसले वापस नहीं लेती तो तीखा संघर्ष किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी। पी.एस.ई.बी. इम्प्लाइज ज्वायंट फोरम पंजाब के आह्वान पर उप मंडल दोदा के बिजली कर्मियों द्वारा रोष रैली की गई और पंजाब सरकार की अर्थी फूंकी गई।
इस संबंधी पी.एस.ई.बी. इम्प्लाइज ज्वायंट फोरम के सदस्यों ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा गत दिनों 1 जनवरी से बठिंडा थर्मल को पक्के तौर पर बंद करने और रोपड़ थर्मल प्लांट के 2 यूनिट बंद करने का फैसला लिया गया है। इसी को लेकर आज पी.एस.ई.बी. इम्प्लाइज ज्वायंट फोरम पंजाब के आह्वान पर नव वर्ष पर पंजाब सरकार की अर्थी फूंक रैलियां करके 3 जनवरी को बठिंडा थर्मल के समक्ष धरना देकर मार्च किया जाएगा। मुलाजिम नेताओं ने कहा कि वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल थर्मल प्लांट बठिंडा की मशीनरी पुरानी होने और बिजली 11.50 रुपए यूनिट कोस्ट करने की बात करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं, जोकि अति निंदनीय है।
इस अवसर पर मुलाजिम जत्थेबंदियों ने कहा कि यदि बठिंडा थर्मल बंद करने का फैसला वापस लिया जाए और थर्मल उनके हवाले किया जाए तो वे 5.50 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली पैदा करके देंगे। मुलाजिम नेताओं ने समूचे मेहनतकश लोगों से अपील की कि वे इस मसले पर एकजुट होकर विरोध करें जिससे सरकारी थर्मलों की रखवाली की जा सके, क्योंकि थर्मलों के बंद होने से लोगों को प्राइवेट थर्मलों की महंगी बिजली खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। रैली को ज्वायंट फोरम के नेताओं बलदेव सिंह, हरजीत सिंह, दलजीत सिंह, दिलबाग सिंह भुल्लर, गिरि राज, भलविन्द्र सिंह, विशाल कुमार दोदा, हरबंस सिंह और गुरजंट सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
क्या हैं मांगें
1. सरकारी थर्मलों को चालू रखा जाए।
2. प्राइवेट थर्मलों के साथ बिजली खरीद समझौते रद्द किए जाएं।
3. नई भर्ती की जाए।
4. ठेकेदारी सिस्टम बंद किया जाए।