Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Feb, 2018 09:32 AM
पंजाब में बिजली सप्लाई के सुधार को लेकर चल रही मुहिम तहत बड़े स्तर पर सुधार किए जा रहे हैं व इस काम के लिए गत 3 महीनों से फरीदकोट जिले में भी तीनों शहर फरीदकोट, कोटकपूरा व जैतो में काम युद्धस्तर पर जारी है। इसी कारण हर रोज सुबह से शाम तक बिजली बंद...
फरीदकोट(हाली): पंजाब में बिजली सप्लाई के सुधार को लेकर चल रही मुहिम तहत बड़े स्तर पर सुधार किए जा रहे हैं व इस काम के लिए गत 3 महीनों से फरीदकोट जिले में भी तीनों शहर फरीदकोट, कोटकपूरा व जैतो में काम युद्धस्तर पर जारी है। इसी कारण हर रोज सुबह से शाम तक बिजली बंद रखकर नई तारें, ट्रांसफार्मर व लाइनें बिछाने का कार्य किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार पंजाब के 47 शहरों में पावर डिवैल्पमैंट तहत काम चल रहा है जिसमें फरीदकोट के तीनों शहर आते हैं।
इन शहरों में 27.33 करोड़ रुपए खर्च कर 110 कि.मी. लंबी नई तारें डाली जा रही हैं व 12 किलोमीटर के करीब खस्ता हो चुकी एल.टी. तारों को भी बदला जा रहा है। अब तक जिले में फरीदकोट शहर में 75 फीसदी, कोटकपूरा में 74 फीसदी व जैतो में 88 फीसदी काम मुकम्मल हो चुका है व सारा प्रोजैक्ट विभाग चाहे ठेके पर करवा रहा है, मगर इसकी निगरानी विभाग के अधिकारियों द्वारा की जा रही है ताकि प्रोजैक्ट निश्चित समय व लक्ष्य मुताबिक 31 मार्च तक मुकम्मल किया जा सके। जिले में हाई वोल्टेज की फरीदकोट शहर में 54 कि.मी., कोटकपूरा में 27 कि.मी. व जैतो में 29 कि.मी. तारें बदली जा रही हैं जबकि लो वोल्टेज वाली फरीदकोट में 6 कि.मी., कोटकपूरा में 3.5 कि.मी. व जैतो में 4 कि.मी. तारें बदली जा रही हैं।
इसके साथ ही पुरानी खस्ता हो चुकी तारों की जगह नए व ऊंचे खम्भे लगाकर काम किया जा रहा है। इसके अलावा बिजली सुधारों के लिए और कदम उठाते हुए विभाग द्वारा 107 ट्रांसफार्मर 100 किलोवाट वाले नए रखे जा रहे हैं। इनमें फरीदकोट में 47, कोटकपूरा में 40 व जैतो में 20 टांसफार्मर रखे जाएंगे। जिले में 72 ट्रांसफार्मर अपग्रेड कर 200 किलोवाट के किए जा रहे हैं। इनमें फरीदकोट में 31, कोटकपूरा में 33 व जैतो में 8 ट्रांसफार्मर अपग्रेड कर लगाए जाने हैं।
क्या कहते हैं एक्सियन
बिजली विभाग के एक्सियन मनजीत सिंह ने बताया कि इस प्रोजैक्ट के मुकम्मल होने से शहरों में बिजली की वोल्टेज प्रत्येक घर तक पूरी पहुंचने लगेगी व ट्रांसफार्मर भी जलने कम हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि पहले लोड अधिक होने के कारण अक्सर ट्रांसफार्मर जलने की सूचनाएं आती रहती थीं जो अब घटेंगी। उन्होंने स्पष्टï किया कि इस प्रोजैक्ट के मुकम्मल होने उपरांत बिजली सप्लाई की किसी घर को मुश्किल नहीं आएगी।
क्या कहते हैं प्रोजैक्ट इंचार्ज
इस प्रोजैक्ट की निगरानी कर रहे विभाग के जे.ई. गुरप्रीत सिंह ने बताया कि विभाग का ज्यादातर जोर बिजली सप्लाई संबंधी घरेलू शिकायतें दूर करने पर लग जाता था व ज्यादातर कर्मचारी इस काम में लगे रहते थे। उन्होंने बताया कि 31 मार्च के बाद घरेलू बिजली के फाल्ट की शिकायतें नामात्र रह जाएंगी।