Edited By Updated: 23 Oct, 2016 01:43 PM
गांव मल्लन के गुरुद्वारा रामसर में हुए तिहरे कत्ल के कातिलों को आज 4 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस पकडऩे में नाकाम रही। कातिलों का अब तक कोई सुराग न मिलने पर लोगों में पुलिस विभाग के प्रति रोष व्याप्त है।
गिद्दड़बाहा(संध्या): गांव मल्लन के गुरुद्वारा रामसर में हुए तिहरे कत्ल के कातिलों को आज 4 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस पकडऩे में नाकाम रही। कातिलों का अब तक कोई सुराग न मिलने पर लोगों में पुलिस विभाग के प्रति रोष व्याप्त है।
गांव मल्लन के रहने वाले रणजीत सिंह पुत्र गड्डा सिंह ने बताया कि उनके पुत्र हरविंद्र सिंह (28) व ताया नायब सिंह (67) पुत्र नर सिंह व साले अमृतपाल सिंह पुत्र प्रीतम सिंह के कत्ल के बाद पुलिस द्वारा उनको 21 अक्तूबर को थाना कोटभाई में कातिलों की पहचान के लिए बुलाया गया। जब वह अपने साथ गांव मल्लन के करीब 70 साथियों सहित थाना कोटभाई पहुंचा तो उसने देखा कि उसको जिन 2 व्यक्तियों की पहचान कातिलों के रूप में करने के लिए बुलाया गया था वे सतनाम सिंह व गुरप्यार सिंह गांव गुरुसर के महंत थे। उनका इस कत्ल कांड से कोई लेना-देना नहीं था।
रणजीत सिंह पर पुलिस द्वारा उक्त महंतों को ही कातिलों के रूप में पहचाने के लिए दबाव डाला गया परंतु जब उसने उनको पहचानने से इंकार किया तो पुलिस ने उक्त दोनों महंतों को 21 अक्तूबर की देर रात छोड़ दिया गया। गत 20 अक्तूबर की सुबह 5 बजे व 22 अक्तूबर को सुबह 10 बजे कार में सवार कुछ लोगों ने उनके घर के चक्कर लगाए। उसने पल-पल की खबर एस.एस.पी. को दी। उसने बताया कि उसे अभी भी जान-माल के नुक्सान होने का डर है। वहीं रणजीत सिंह के परिवार को 4 गनमैन सिक्योरिटी के लिए दिए गए हैं।