Edited By Updated: 30 Sep, 2016 08:55 PM
भारत-पाक के बीच आपसी तनाव के बाद गुरुवार को केंद्रीय ग्रह मंत्रालय की रिपोर्ट के बाद पंजाब सरकार के...
जलालाबाद (गुलशन): भारत-पाक के बीच आपसी तनाव के बाद गुरुवार को केंद्रीय ग्रह मंत्रालय की रिपोर्ट के बाद पंजाब सरकार के हुक्मों पर प्रशासन की तरफ से अंतरराष्ट्रीय सरहद अंदर पड़ते लगभग 10 किमी तक के सरहदी गांवों को खाली करवाने के काम में तेजी लानी शुरू कर दी है। हालांकि कई स्थानों पर प्रशासनिक हुक्मों के बावजूद गांववासी अपने घर छोडऩे के लिए तैयार नहीं हैं। प्रशासन की तरफ से घर बार छोड़ कर पलायन करने वाले परिवारों के लिए शहर में 4 राहत केंद्र बनाए हैं जहां खाने-पीने के अलावा सारा बंदोबस्त किया गया है।
सरहदी गांवों का दौरा करने पर गांव वासियों ने बताया कि दोनों देशों के बीच चल रहे आपसी तनाव का सबसे अधिक नुक्सान किसान को बर्दाश्त करना पड़ता है। एक तरफ बेटों जैसे पाली धान की फसल पककर कटाई के लिए तैयार खड़ी है, दूसरी तरफ इस माहौल में उन्हें गांव को खाली करने के लिए कहा जा रहा है। गांव वासियों ने दुश्मन को घर में घुस कर मारने के लिए भारतीय फौज की तारीफ भी की। साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपने ब‘चों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए घर बार छोडऩे के लिए मजबूर हैं डरे तो हम 1965 और 71 की जंग में भी नहीं थे।
ग्रामीण निवासियों ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को सबक सिखाए जाने की वकालत करते कहा कि उन्होंने अपने छोटे ब‘चों को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है जबकि वह अपने घर, खेत और पशु छोड़ कर कहीं नहीं जाएंगे और यदि लड़ाई छिड़ती है तो वह पलायन करने के बारे में विचार करेंगे। उधर, गांवों में हालात की समीक्षा करने के बाद उपमंडल मजिस्ट्रेट अविकेश गुप्ता ने कहा कि दोनों देशों के बीच आपसी तनाव के बावजूद लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। फिलहाल सुरक्षा के मद्देनजर बार्डर के साथ लगते 10 किलोमीटर तक के गांवों को खाली करवाने के लिए प्रशासन की तरफ से करवाई जा चुकी है, परन्तु अभी राहत कैंप में उतने परिवार नहीं आए हैं जितनी प्रशासन की तरफ से आशा की जा रही थी।
गुप्ता ने बताया कि शहर अंदर सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डी.ए.वी. कॉलेज, सरकारी कॉलेज लड़कियां और सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़कों में 4 राहत केंद्र बनाए गए हैं, जहां इन परिवारों को खाने-पीने से लेकर हरेक सुविधा मुहैया करवाई जाएगी। इस काम में प्रशासन की तरफ से एन.जी.ओज. का सहयोग भी लिया जा रहा है। एस.डी.एम. और पुलिस उप कप्तान ने आम लोगों को सूचित करते कहा कि यदि वह अपने आस आसपास किसी संदिग्ध व्यक्ति को देखे तो वह इसकी सूचना पुलिस प्रशासन को जरूर दें।