Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 08:24 AM
फरीदकोट की ऐतिहासिक महत्ता को देखते हुए यहां लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए चौकों की सफाई करवाने में नगर कौंसिल बुरी तरह विफल रही है। इससे शहर की सुंदरता को ग्रहण लग रहा है। समाज सेवियों व तमाम बुद्धीजीवियों ने र्षि प्रशासन और नगर कौंसिल से मांग की कि...
फरीदकोट (हाली): फरीदकोट की ऐतिहासिक महत्ता को देखते हुए यहां लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए चौकों की सफाई करवाने में नगर कौंसिल बुरी तरह विफल रही है। इससे शहर की सुंदरता को ग्रहण लग रहा है। समाज सेवियों व तमाम बुद्धीजीवियों ने र्षि प्रशासन और नगर कौंसिल से मांग की कि चौकों की सुंदरता को बरकरार रखने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं ताकि सैलानी अधिक से अधिक इन चौकों की तरफ आकर्षित हों।
जुबली सिनेमा चौक में फव्वारे तो चले परंतु लाइटों की रोशनी फीकी
फोरलेन सड़क के बिल्कु ल बीच बने जुबली सिनेमा चौक की सुंदरता को और चार चांद लगाने के लिए लंबे समय पहले इस चौक में संगीतमय फव्वारे लगाए गए थे जो काफी समय बंद रहने के बाद शहर निवासियों की मांग पर रुक -रुककर चल रहे हैं परंतु चौक के आसपास रोशनी वाली लाइटों की कमी के कारण रात समय राहगीरों को हादसे का डर बना रहता है। इसलिए लोगों की मांग है कि इस चौक के आसपास रंग-बिरंगी लाइटों का प्रबंध किया जाए ताकि चौक की सुंदरता और बढ़ सके।
भाई घनैया चौक में सफाई की बड़ी कमी
जिला प्रशासन की तरफ से लाखों रुपए खर्च कर शहर के बीचोंबीच भाई घनैया जी के नाम पर चौक स्थापित करने के उपरांत बहुत ही सुंदर बुत भी लगाया गया परंतु हैरानी तो इस बात की है कि चौक में लगाए गए बुतों की साफ-सफाई को पता ही नहीं कितने महीने बीत गए जिस कारण पानी की सेवा करते भाई घनैया जी का बुत भी पानी को तरस रहा है, और तो और चौक की सुंदरता को बढ़ाने के लिए लगाई गई रंग-बिरंगी लाइटें भी दिखना बंद हो गई हैं।
स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन तुरंत चौक की सुंदरता की तरफ ध्यान दे। वहीं कोतवाली के आगे सफे द पत्थर से बनाए गए सुभाष चंद्र बोस जी चौक की हालत भी बाकी चौकों की तरह ही है और नेता जी को छाया करने के लिए लगाई गई छत पर हद से अधिक मिट्टी जम चुकी है, रोशनी करने के लिए लगाई गई लाइटों की ऊंचाई ज्यादा होने के चलते चौक दूर से दिखाई नहीं देता। इसी तरह पौधों में पानी व साफ-सफाई की कमी जस की तस बनी हुई है।
फरीदकोट-फिरोजपुर रोड पर फौजी चौक भी सफाई में फेल
फरीदकोट-फिरोजपुर रोड पर सैनिकों द्वारा जंग दौरान की जाती गतिविधियों की याद ताजा करवाता फौजी चौक बेहद ही सुंदर व मनमोहक है परंतु यहां लगाए गए सैनिकों के बुतों पर धूल जमा होने के साथ-साथ साफ-सफाई की बड़ी कमी नजर आती है जिसको लेकर शहर निवासियों की मांग है कि सभी चौकों में रंग-बिरंगी लाइटें व फव्वारे लगाने के साथ-साथ फूलदार पौधे लगाए जाएं ताकि बाहर से आने वाले सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बने रहें।
वैसे तो इन चौकों की हालत 11 महीने ऐसी ही रहती है लेकिन फरीदकोट शहर में हर साल सितम्बर में बाबा शेख फरीद जी के आगमन पर्व से पहले शहर भर के सभी चौकों को रंग-रोगन व रंग-बिरंगी लाइटों और फ व्वारों को चालू करवाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से हर संभव प्रयत्न किए जाते हैं परंतु जैसे ही मेले की समाप्ति होती है तो फिर इन चौकों की साफ-सफाई के हालात पहले जैसे हो जाते हैं। लोगों ने मांग की कि अलग-अलग चौकों में लगाए गए बुतों पर जमी धूल-मिट्टïी समय पर साफ करवाई जाए और चौकों में लगी लाइटों को जलाया जाए।