Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 01:01 PM
फरीदकोट जिले की एकमात्र बड़ी सरकारी हिस्सेदारी वाली दि फरीदकोट शूगर मिल पिछले कई सालों से भले ही बंद है परन्तु इसकी मशीनरी चोरी करके कई घर अमीर बन गए हैं। हालांकि सरकार ने यहां से मशीनरी तबदील करने के लिए कई बार तारीखें निश्चित की परन्तु अभी तक न तो...
फरीदकोट(हाली): फरीदकोट जिले की एकमात्र बड़ी सरकारी हिस्सेदारी वाली दि फरीदकोट शूगर मिल पिछले कई सालों से भले ही बंद है परन्तु इसकी मशीनरी चोरी करके कई घर अमीर बन गए हैं। हालांकि सरकार ने यहां से मशीनरी तबदील करने के लिए कई बार तारीखें निश्चित की परन्तु अभी तक न तो इस मामले में कोई कार्रवाई हुई और न ही चोरी हो रहे सामान बारे कोई जांच की गई है। 2006 से फरीदकोट की बंद हुई इस सहकारी शूगर मिल की मशीनरी फरीदकोट से तबदील करना सरकार के लिए चुनौती बन गई है, क्योंकि मशीनरी की शिफ्टिंग को रोकने के लिए कई पक्ष सामने आए हुए हैं।
सरकार ने 2006 में 66 करोड़ का घाटा दिखाकर यह मिल बंद कर दी थी और इसके 200 से अधिक मुलाजिमों को सेवा लाभ देकर घर भेज दिया था। शूगरफैड ने बंद मिल की मशीनरी को भोगपुर कस्बे में तबदील करना था, जहां पंजाब सरकार निजी कंपनी के सहयोग से नई शूगर मिल चला रही है परन्तु मिल के मुलाजिमों, किसानों और आम आदमी पार्टी के विरोध कारण मशीनरी 4 सालों बाद भी शिफ्ट नहीं हो सकी। किसानों (वह किसान जिनकी जमीन इस शूगर के लिए एक्वायर की गई थी) के दबाव आगे झुकते हुए विधानसभा मतदान से पहले कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने शूगर मिल में आकर किसानों को भरोसा दिया था कि सरकार आने पर शूगर मिल को फिर चालू किया जाएगा परन्तु अब मशीनरी को उठाने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू कर दी है।
शूगरफैड ने मिल की मशीनरी शिफ्ट करने का ठेका निजी कंपनी को दिया है और कंपनी को मशीनरी शिफ्ट करने के लिए पुलिस सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन को भी लिखा हुआ है। शूगर मिल की करीब 80 एकड़ जमीन मशीनरी उठाने के बाद खाली होनी है और इसके बाद यह पुडा हवाले की जानी है। पुडा शूगर मिल की जगह पहले ही प्लाट बनाकर बेच चुका है परन्तु लोगों को कब्जे न मिलने कारण पुडा को अदालती कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है। शूगर मिल की मशीनरी का जायजा लेने के लिए शूगर फैड की उच्च स्तरीय टीम ने एक सप्ताह पहले मिल का दौरा किया था। टीम ने बताया कि मशीनरी फरीदकोट से भोगपुर ले जाने के लिए सर्वेक्षण मुकम्मल हो गया है और जल्द ही जिला प्रशासन के सहयोग से यहां से मशीनरी शिफ्ट कर दी जाएगी।
जिक्रयोग्य है कि मिल की मशीनरी की सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाए हैं, जिस कारण यहां से कई अहम पुर्जे चोरी हो चुके हैं। भरोसेयोग्य सूत्र बताते हैं कि चोरों ने शूगर मिल का सामान बेचकर अपने बढिय़ा घर बना लिए हैं परन्तु इस बारे कभी किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।