Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jan, 2018 01:51 PM
एक तरफ देश के लिए मर-मिटने वाले शहीदों के परिवार आजादी या गणतंत्र दिवस पर सरकारों द्वारा सम्मानित किए जा रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ 23 दिसम्बर 2017 को जम्मू-कश्मीर के जिला राजौरी के केरी सैक्टर में नियंत्रण रेखा पर गश्त के दौरान भारतीय फौज की टुकड़ी पर...
तलवंडी साबो (मुनीश): एक तरफ देश के लिए मर-मिटने वाले शहीदों के परिवार आजादी या गणतंत्र दिवस पर सरकारों द्वारा सम्मानित किए जा रहे हैं लेकिन दूसरी तरफ 23 दिसम्बर 2017 को जम्मू-कश्मीर के जिला राजौरी के केरी सैक्टर में नियंत्रण रेखा पर गश्त के दौरान भारतीय फौज की टुकड़ी पर की गई गोलीबारी में शहीद हुए गांव कौरेआना के जवान लांस नायक कुलदीप सिंह के परिवार को गणतंत्र दिवस पर सरकार या प्रशासन द्वारा सम्मानित तो क्या करना था बल्कि गणतंत्र दिवस समागम का आमंत्रण पत्र भी नहीं भेजा गया जिस कारण शहीद परिवार में भारी रोष पाया जा रहा है।
शहीद लांस नायक कुलदीप सिंह की वृद्ध माता रानी कौर व पत्नी जसप्रीत कौर ने कहा कि उनको उम्मीद थी कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर उनको बुलाकर बनता मान-सम्मान दिया जाएगा। सम्मान तो दूर की बात उनके परिवार को गणतंत्र दिवस समागम में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र भी नहीं भेजा गया। उन्होंने कहा कि शहीद के भोग पर मंत्री, नेता व प्रशासनिक अधिकारी उनके घर आकर बड़े-बड़े वायदे करते रहे लेकिन उसके बाद किसी ने परिवार की सार नहीं ली।
शहीदी के बाद परिवार को मिलने वाले फंड लेने के लिए भी उनको कार्यालय में जाकर धक्के खाने पड़ रहे हैं। शहीद की पत्नी जसप्रीत कौर ने कहा कि उसको शहीद के भोग के समय सरकारी नौकरी देने संबंधी व अन्य ऐलान सरकारी प्रतिनिधियों द्वारा किए गए थे लेकिन अभी तक कोई वायदा पूरा नहीं हुआ।
जांच करेंगे कि गलती कहां हुई है : एस.डी.एम.
दूसरी तरफ एस.डी.एम. तलवंडी साबो से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है शहीदों के परिवारों को तो वह ऐसे समागमों पर आगे रखते हैं। अब मामला उनके ध्यान में आने के बाद वह इसकी जांच करेंगे कि गलती कहां हुई है।