Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 10:52 AM
कांग्रेस कमेटी बठिंडा शहर के एक पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ छात्र यूनियन भी सड़कों पर आ गई है, जिसके द्वारा आज फायरब्रिगेड चौक में उक्त नेता के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया।
बठिंडा (बलविंद्र): कांग्रेस कमेटी बठिंडा शहर के एक पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ छात्र यूनियन भी सड़कों पर आ गई है, जिसके द्वारा आज फायरब्रिगेड चौक में उक्त नेता के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया।
क्या है पूरा मामला
गौर है कि कुछ दिन पहले आर्या समाज चौक में स्थित रैडीमेड गारमैंट्स के शोरूम के मैनेजर लक्की गर्ग ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके पास एक मुलाजिम अमित कौर काम करती थी जो नौकरी छोड़ गई। उसके बेटे व साथियों द्वारा उससे लूटपाट की गई है। पुलिस ने उक्त के खिलाफ लूटपाट का मामला दर्ज कर लिया। जबकि एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया और बाकी अभी फरार हैं। आरोपियों में एक महिला कांग्रेसी नेता का बेटा भी है, जबकि लक्की गर्ग एक पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का भतीजा है।
आरोपी पक्ष ने किया रोष प्रदर्शन
एक आरोपी पंकज कुमार की मां अमित कौर, जोकि लक्की गर्ग की मुलाजिम थी, का आरोप है कि लक्की गर्ग ने उसके साथ छेड़छाड़ की। इसलिए उसने नौकरी छोड़ दी। जब वह अपने बेटे के साथ जरूरी कागजात लेने के लिए शोरूम में गई तो उसके बेटे व साथियों के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करवा दिया। पंकज कुमार के समर्थन में उतरी एस.यू.पी. स्टूडैंट आफ यूनियन पंजाब द्वारा आज फायर ब्रिगेड चौक में रोष प्रदर्शन कर पूर्व अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी की, जिसका आरोप है कि पूर्व अध्यक्ष के भतीजे ने न सिर्फ एक महिला के साथ छेड़छाड़ की बल्कि उसके बेटे व साथियों के खिलाफ लूटपाट का झूठा मामला भी दर्ज करवा दिया। पूर्व अध्यक्ष अपने भतीजे का समर्थन कर रहा है जिसके कारण वह पीड़ित परिवार को लगातार धमकियां दे रहा है। उन्होंने कहा कि यह गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने मांग की है कि पंकज कुमार व साथियों के खिलाफ दर्ज मामला खारिज किया जाए। महिला से छेड़छाड़ करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। अगर ऐसा न हुआ तो वह संघर्ष शुरू करने के लिए मजबूर होंगे।
सभी आरोप झूठे हैं : लक्की गर्ग
लक्की गर्ग व पूर्व अध्यक्ष का कहना है कि अमित कौर अपने बेटे व उसके साथियों को बचाने के लिए ही झूठे आरोप लगा रही है। वह चाहते हैं कि शोर डालकर उन पर समझौता करने के लिए दबाव बनाया जा सके। जबकि असलियत यह है कि मामला बिल्कुल सही दर्ज हुआ है।