Edited By Updated: 06 Feb, 2016 12:42 AM
‘डोंट अंडर-एस्टीमेट द पावर ऑफ वूमैन’, यूं तो ये शब्द अब दुनिया भर में स्थापित हो चुके हैं लेकिन भटिंडा में सचमुच महिलाओं...
भटिंडा(बलविंद्र): ‘डोंट अंडर-एस्टीमेट द पावर ऑफ वूमैन’, यूं तो ये शब्द अब दुनिया भर में स्थापित हो चुके हैं लेकिन भटिंडा में सचमुच महिलाओं का राज कायम हो गया है। भटिंडा में सांसद से लेकर एस.डी.एम. तक महिलाएं ही मुख्य कुर्सियों पर हैं। लोकसभा हलका भटिंडा से हरसिमरत कौर बादल सांसद हैं व केंद्र में मंत्री पद भी उन्हें हासिल हो चुका है। उनके द्वारा कई मील के पत्थर स्थापित किए जा रहे हैं।
इसी प्रकार नई बनी आई.ए.एस. परमपाल कौर सिद्धू, जो जिला परिषद चेयरमैन गुरप्रीत सिंह मलूका की पत्नी व कैबिनेट मंत्री सिकंदर सिंह मलूका की बहू हैं, भी अब भटिंडा में ए.डी.सी. जनरल की जिम्मेदारी संभालेंगी। वह पहले अतिरिक्त डी.जी.एस.ई. के पद पर रह चुकी हैं।
बेहद प्रसिद्ध नाम आई.ए.एस. टॉपर रही शीना अग्रवाल भटिंडा में ए.डी.सी. विकास का पदभार संभाल रही हैं, जबकि उनके पास नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन का भी अतिरिक्त पदभार रहेगा। इससे पहले वह नगर निगम लुधियाना में अतिरिक्त कमिश्नर रह चुकी हैं। आई.ए.एस. ईशा कालिया अब नगर निगम भटिंडा के कमिश्नर की जिम्मेदारी संभालने जा रही है जो पहले मानसा में ए.डी.सी. के पद पर तैनात थीं।
आई.ए.एस. अमृता सिंह पहले ही एस.डी.एम. तलवंडी साबो हैं जिनकी अभी ट्रेनिंग चल रही है। इन सभी उच्च पदों पर आसीन शिक्षित महिलाओं से भटिंडा के लोगों को ढेर सारी उम्मीदें हैं क्योंकि महिलाओं से पुरुषों से अधिक व गंभीरता से काम करने की उम्मीद लगाई जाती है।