Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jan, 2018 04:03 PM
सी.आई.ए.-2 द्वारा लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया जबकि 1 व्यक्ति पुलिस के हाथ नहीं लग सका। उक्त व्यक्ति बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने आरोपियों से 315 बोर पिस्तौल, कारतूस व कार बरामद कर...
बठिंडा(बलविंद्र): सी.आई.ए.-2 द्वारा लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया जबकि 1 व्यक्ति पुलिस के हाथ नहीं लग सका। उक्त व्यक्ति बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। पुलिस ने आरोपियों से 315 बोर पिस्तौल, कारतूस व कार बरामद कर उनके खिलाफ थाना थर्मल में मामला दर्ज किया है।
एस.पी. (डी) स्वर्ण सिंह खन्ना ने बताया कि गत दिन सी.आई.ए.-2 के इंचार्ज एस.आई. तरजिंद्र सिंह द्वारा टीम सहित मलोट रोड पर सिविया निकट नाकाबंदी के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि गांव कोठे कामेवाले के श्मशानघाट की पिछली तरफ कुछ संदिग्ध व्यक्ति बैठे हुए हैं और बड़ी लूटपाट की घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। पुलिस ने छापामारी कर 5 व्यक्तियों सिमरजीत सिंह निवासी पूहला, निर्मल सिंह निवासी पथराला, जसप्रीत सिंह निवासी बुर्ज महिमा, सुखपाल सिंह बल्लूआणा, गुरप्रीत सिंह निवासी विर्क खुर्द को गिरफ्तार किया है जबकि लखविंद्र सिंह निवासी गांव हररायपुर पुलिस के हाथ नहीं लग सका।
पुलिस ने आरोपियों से 315 बोर पिस्तौल सहित 6 कारतूस, कृपाण, नलके की हत्थी व एक आई-20 कार बरामद की है। खन्ना ने कहा कि प्राथमिक पूछताछ के दौरान आरोपियों ने माना कि आई-20 कार उन्होंने एन.एफ.एल. के पास छीनी थी, इसके अलावा गांव बहिमण दीवाना रिंग रोड से एक सिक्योरिटी गार्ड से बंदूक छीनी थी, कोटश्मीर से एक मां-बेटे को अगवा किया था।
इसके अलावा हरियाणा व पंजाब में पैट्रोल पंप लूटने व पैसे छीनने की कई वारदातों को अंजाम दिया है। खन्ना ने कहा कि फिलहाल आरोपियों को अदालत में पेश कर उनका पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा और अन्य भी खुलासे हो सकते हैं।
गिरोह में 3 विद्यार्थी शामिल
लूटपाट करने वाले गिरोह में 3 विद्यार्थी भी शामिल हैं जो विभिन्न कालेजों व कम्प्यूटर सैंटरों पर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए उक्त आरोपियों में निर्मल सिंह कम्प्यूटर का विद्यार्थी है जो एक स्कूल में कम्प्यूटर की पढ़ाई पूरी कर रहा है। इसी तरह सुखपाल सिंह बी.ए.-2 की पढ़ाई कर रहा है। इसके अलावा गुरप्रीत सिंह 12वीं ओपन का विद्यार्थी है और कामकाज के साथ-साथ अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा था। जल्दी अमीर बनने के शौक ने उक्त व्यक्तियों को आरोपी बना दिया।