Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Feb, 2018 10:53 AM
मौड़ बम कांड के टारगेट रहे पूर्व मंत्री हरमदंर सिंह जस्सी आज अपनी ही पार्टी की सरकार से खफा नजर आए। उन्होंने कहा कि अगर सियासत व पुलिस गंभीर होती तो इस मामले की जांच का नतीजा 15 दिनों में निकल आना था लेकिन एक वर्ष होने के बावजूद परनाला वहीं का वहीं...
बठिंडा (बलविंद्र): मौड़ बम कांड के टारगेट रहे पूर्व मंत्री हरमदंर सिंह जस्सी आज अपनी ही पार्टी की सरकार से खफा नजर आए। उन्होंने कहा कि अगर सियासत व पुलिस गंभीर होती तो इस मामले की जांच का नतीजा 15 दिनों में निकल आना था लेकिन एक वर्ष होने के बावजूद परनाला वहीं का वहीं है। अगर पंजाब पुलिस से मामला हल नहीं हो रहा तो यह जांच सी.बी.आई. या किसी अन्य एजैंसी को सौंप देनी चाहिए। यह बात उन्होंने पत्रकारों को संबोधित करते कही।
मेरी सरकार में पूछ नहीं : जस्सी
जस्सी ने सांकेतक तरीके से कहा कि उनकी अपनी ही सरकार में पूछ नहीं है। मौड़ बम कांड के पीड़ितों को नौकरियां व मुआवजे का ऐलान किया गया था लेकिन अभी तक कुछ नहीं हो सका। वह इस संबंध में मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री को भी अपील कर चुके हैं। लोकसभा चुनाव-2019 लड़ने के बारे में पूछने पर जस्सी का कहना था कि ‘‘चुनाव छोड़ो, मैं जीवित हूं यही बहुत है, लेकिन मैं फिर बङ्क्षठडा आने का इच्छुक हूं क्योंकि मेरे साथ शुरू से ही बुरी होती रही, एक जगह टिकट नहीं दिया गया।’’
‘‘मुझे लगता है कि उन मासूम बच्चों की मौत का आरोपी ही मैं हूं’’
जस्सी ने कहा कि विधायक या मंत्री की कुर्सी बहुत छोटी बातें हैं। बम धमाके के बाद वह चुनाव के हक में ही नहीं थे। उन्होंने तभी चुनाव प्रचार बंद कर दिया था और मतगणना के मौके पर भी नहीं पहुंचे। उन्हें बच्चों की मौत का इतना अधिक दुख हुआ कि वह पीड़ित परिवारों का सामना नहीं कर सकते। उन्होंने कह- ‘मुझे लगता है कि उन मासूम बच्चों की मौत का आरोपी ही मैं हूं, न मैं वहां जाता और न ही धमाका होता।’
हो सकता है भूपिंद्र गोरा का ही बम कांड से संबंध हो
जस्सी ने कहा कि चुनाव में टिकट न मिलने के कारण गोरा ने पार्टी के खिलाफ कार्रवाई की जिसके कारण उसको पार्टी से निकाल दिया गया। जब बम कांड हुआ तब गोरा का गनमैंन वहीं मौजूद था और धमाका होते ही गोरा वहां खुद पहुंच गया। गोरा का कांग्रेस से कोई संबंध नहीं था, वह चुनाव भी नहीं लड़ रहा था, फिर वह कांड के समय वहां क्या कर रहा था, जबकि उस समय वह सरकारी कार पर था। उन्होंने मांग की गोरा को भी मौड़ बम कांड की जांच में शामिल किया जाना चाहिए। हो सकता है गोरा का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर बम धमाके से कोई संबंध हो।
मेरा डेरा सिरसा से कोई संबंध नहीं
जस्सी ने कहा कि डेरा सिरसा से उनका कोई संबंध नहीं। उनकी लड़की की उनके घर शादी हुई है इसलिए वह अपनी लड़की व दामाद या उनके बच्चों को मिलने के लिए चले जाते हैं लेकिन डेरे के सिस्टम में कभी दखल नहीं दिया। अगर कोई आरोप लगा रहा है तो वह डेरे के नाम पर सियासत कर रहा है जो बिल्कुल झूठ है क्योंकि 2012 में वह बङ्क्षठडा से हारे और 2017 में मौड़ से हारे। इस दौरान डेरा प्रेमियों ने अकाली दल की मदद की। अगर डेरा उनके साथ होता तो डेरा प्रेमी उनकी मदद करते। मौड़ बम कांड में प्रयोग की गई कार डेरे में तैयार हुई, बारे उन्होंने कहा कि इस बारे वह कुछ भी नहीं कह सकते, जो भी बताएगी पुलिस जांच ही बताएगी। जांच मुताबिक जो भी आरोपी हो, उसको सजा मिले। उनका खास आदमी डेरा मुखी को जेल में मिलने गया, बारे उन्होंने कहा कि यह रिश्तेदारी है, उनको जाना ही पड़ा।
‘‘मैने हनीप्रीत को दूर से ही देखा’’
प्रैस कॉन्फ्रैंस में तब सब हंसने लगे जब जस्सी से पूछा गया कि वह हनीप्रीत को कितना जानते हैं? इस पर उन्होंने कहा कि ‘‘मैने तो बेचारी हनीप्रीत को दूर से ही देखा है।’’ बेचारी शब्द उन्होंने 2 बार प्रयोग किया तो खुद भी हंसने लगे। इस मौके पर पूपिंद्र बिंद्रा, गुरमीत सिंह व अन्य कांग्रेसी नेता भी मौजूद थे।