Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Dec, 2017 12:18 PM
नगर निगम के सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट प्लांट के बाद ग्रीन वेस्ट मैनेजमैंट प्लांट भी निर्माण से पहले ही विवादों में घिर गया है। वार्ड नं.-11 मॉडल टाऊन फेज-1 में लगाए जा रहे उक्त प्लांट का शुक्रवार को लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। आबादी के नजदीक स्थापित...
बठिंडा (परमिंद्र): नगर निगम के सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट प्लांट के बाद ग्रीन वेस्ट मैनेजमैंट प्लांट भी निर्माण से पहले ही विवादों में घिर गया है। वार्ड नं.-11 मॉडल टाऊन फेज-1 में लगाए जा रहे उक्त प्लांट का शुक्रवार को लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। आबादी के नजदीक स्थापित किए जा रहे इस प्लांट की दीवारों की ईंटें उखाड़ दीं। लोगों ने अकाली पार्षद हरजिंद्र सिंह छिंदा के नेतृत्व में नगर निगम खिलाफ जोरदार नारेबाजी करके गुस्सा निकाला। मॉडल टाऊन वासियों ने कहा कि आबादी के नजदीक उक्त प्लांट को किसी भी कीमत पर स्थापित नहीं होने दिया जाएगा। अगर निगम ने इसकी जगह तबदील न की तो लोग पक्का धरना लगाएंगे। मौके पर पहुंचे मेयर बलवंत राय नाथ ने लोगों के साथ बातचीत करके उन्हें शांत किया।
जॉगर्स पार्क नजदीक व मॉडल टाऊन फेज-1 में ग्रीन वेस्ट प्लांट बनाने की योजना
महानगर में 140 के करीब पार्क हैं जबकि बड़ी संख्या में पेड़-पौधे भी लगे हुए हैं। उक्त पार्कों व पेड़-पौधों की छंटाई आदि से बड़ी मात्रा में हरा कचरा (ग्रीन वेस्ट) निकलता है। उक्त ग्रीन वेस्ट के निपटारे के लिए नगर निगम की ओर से महानगर में 2 ग्रीन वेस्ट मैनेजमैंट प्लांट लगाने की योजना बनाई है जिनमें से एक प्लांट जॉगर्स पार्क के नजदीक तथा दूसरा मॉडल टाऊन फेज-1 में लगाया जा रहा है। इस संबंध में सरकार से मंजूरी मिलने के बाद नगर निगम ने मॉडल टाऊन फेज-1 में उक्त प्लांट का निर्माण शुरू करवा दिया था। निगम की योजना के अनुसार उक्त प्लांटों में हरे कचरे को रीट्रीट करके उसकी खाद बनाई जाएगी। इससे जहां कचरे का प्रबंधन होगा वहीं खाद बेचकर निगम को आय भी होगी। लेकिन उक्त प्लांट शुरू होते ही विवादों में आ गया।
आबादी के नजदीक प्लांट लगने पर लोगों ने किया विरोध
आबादी के नजदीक प्लांट को स्थापित करने से हंगामा हो गया। इस दौरान विक्की शर्मा, जय सिंह, सोनू, मनमोहन सिंह, गोरालाल मारकंडे आदि ने कहा कि निगम की ओर से लोगों के विरोध के बावजूद सॉलिड वेस्ट प्लांट को घनी आबादी वाले क्षेत्र में स्थापित कर दिया जिसका खमियाजा लोग आज तक भुगत रहे हैं। अब निगम द्वारा उनके घरों के नजदीक घनी आबादी वाले क्षेत्र में फिर से एक वैसा ही प्लांट स्थापित किया जा रहा है जो उन्हें किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि प्लांट को यहां से किसी और जगह तबदील किया जाए अन्यथा लोग निगम का घेराव करने को मजबूर हो जाएंगे।