Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jan, 2018 01:22 PM
जिला बठिंडा के गांव की एक छात्रा के साथ विवाह के झांसे में दुष्कर्म होता रहा लेकिन मानसा पुलिस ने न सिर्फ आरोपी को गिरफ्तार कर बिना जमानत पर ही रिहा कर दिया, जबकि एस.एस.पी. व डी.एस.पी. के नाम पर रिश्वत के एक लाख रुपए भी वापस कर दिए। यह आरोप पीड़ित...
बठिंडा (बलविंद्र): जिला बठिंडा के गांव की एक छात्रा के साथ विवाह के झांसे में दुष्कर्म होता रहा लेकिन मानसा पुलिस ने न सिर्फ आरोपी को गिरफ्तार कर बिना जमानत पर ही रिहा कर दिया, जबकि एस.एस.पी. व डी.एस.पी. के नाम पर रिश्वत के एक लाख रुपए भी वापस कर दिए। यह आरोप पीड़ित लड़की व उसकी मां ने लगाए हैं, जबकि उसके पिता की मौत हो चुकी है। वह यहां प्रैस कॉन्फ्रैंस को संबोधित कर रहे थे।
पीड़ित लड़की रीटा (काल्पनिक नाम) के अनुसार वह बठिंडा के एक कालेज में बी.ए. की छात्रा है। गांव की पड़ोसी चरनजीत कौर अक्की ने उसकी पहचान अपने मुंह बोले भाई जसपाल शर्मा निवासी चीमा मंडी से करवाई, जो खुद को कुंवारा बताता था। वह अक्सर उनके गांव आता था करीब डेढ़ वर्ष अक्की के घर जसपाल शर्मा रीटा के साथ शारीरिक संबंध बनाता रहा और जल्दी ही शादी करवाने का भरोसा भी देता रहा।
इस दौरान रीटा आईलैट्स की तैयारी के लिए अपनी मां के साथ मानसा में रहने लगी। अक्की जसपाल को मानसा में भी ले आई। एक दिन जसपाल रीटा को अपनी कार में साथ ले गया और कहा गया कि वह आज ही कोर्ट मैरिज करंगे। एक जगह जाकर उक्त रीटा के साथ फिर से शारीरिक संबंध बनाए और दोबारा आने का वायदा कर चला गया। जब उसने शादी करवाने का दबाव बनाया तो वह ऐसा करने से मुकर गया। इसी दौरान रीटा को पता चला कि जसपाल शर्मा शादीशुदा है और उसके 3 बच्चे भी हैं। रीटा ने पूरी घटना की जानकारी अपनी मां को दी।
एस.एस.पी. के नाम पर रिश्वत वसूली
फिर 26 दिसम्बर 2017 को उन्होंने थाना सदर मानसा में शिकायत दर्ज करवाई कि जसपाल शर्मा ने शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया, जिसमें चरनजीत कौर भी शामिल है। इसलिए दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जिस पर एक पुलिस अधिकारी ने एस.एस.पी. व डी.एस.पी. के नाम पर उनसे अढ़ाई लाख रुपए रिश्वत की मांग की, जिसके बदले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के अलावा लड़की का नाम व गांव का नाम गुप्त रखने की बात भी की गई, जिस पर रीटा की मां ने पैसे देना मान लिया।
एक रिश्तेदार से 1 लाख रुपए पुलिस अधिकारी को दिए गए। इस उपरांत 29 दिसम्बर 2017 को आरोपी जसपाल शर्मा को थाने बुलाया गया जबकि रीटा व उसकी मां भी वहां पहुंच गईं। पुलिस अधिकारी ने बकाया डेढ़ लाख रुपए की मांग की लेकिन रीटा यह पैसे देने में असमर्थ थी जिस पर अधिकारी गुस्सा हो गया और जसपाल शर्मा को छोड़ दिया। अधिकारी का कहना था कि जब तक मामला दर्ज नहीं होता तब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। उलटा उन पर समझौते के लिए दबाव बनाया गया।
आत्महत्या की धमकी के बाद हुआ पर्चा दर्ज: रीटा ने बताया कि 22 जनवरी 2018 को वह और गांव वासी एकत्रित होकर थाने पहुंच गए और धरना देने की बात की, जबकि उसने आत्महत्या करने का ऐलान भी कर दिया। इसके बाद थाना सदर मानसा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 376,120 बी अधीन मामला दर्ज कर लिया। अक्की को गिरफ्तार किया गया है, जबकि जसपाल फरार है। जसपाल के नाबालिग लड़के को पुलिस ने थाने बिठाया है ताकि जसपाल अपने आप ही पेश हो जाए। रिश्वत के पैसे वापस किए: रीटा ने बताया कि कार्रवाई न होती देख किसान यूनियन की मदद से धरना देने, रिश्वत लेने और बनती कार्रवाई न करने की शिकायत उच्च अधिकारियों को करने की धमकी दी, जिस पर पुलिस अधिकारी ने रिश्वत के एक लाख रुपए से 95 हजार रुपए वापस कर दिए।
जान से मारने का डर
रीटा ने बताया कि जसपाल व अक्की उनको जान से मारने की धमकियां दिला रहे हैं, जबकि पुलिस अधिकारी भी झूठे मामले में फंसाने की धमकियां दे रहे हैं। उन्होंने उच्च अधिकारियों से आरोपियों के खिलाफ व पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, जो आरोपी पक्ष का साथ दे रहा है। अगर ऐसा न हुआ तो वह कोई सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर होगी।
गंभीरता से लिया जाएगा मामला: एस.एस.पी.
परमजीत सिंह एस.एस.पी. मानसा ने कहा कि मामला ध्यान में नहीं है, लेकिन इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के अलावा रिश्वत वाले मामले की जांच भी करवाई जाएगी। अगर पुलिस अधिकारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।