Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Jan, 2018 01:57 PM
दिसम्बर 2017 में जेल मानसा में कैदी से लाखों रुपए की रिश्वत लेने के मामले में नामजद जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडैंट गुरजीत सिंह की तरफ से अदालत में लगाई अपनी आगामी जमानत की अर्जी एडीशनल सैशन जज मानसा की अदालत की तरफ से खारिज कर दी गई है, जबकि इस मामले...
मानसा(मित्तल): दिसम्बर 2017 में जेल मानसा में कैदी से लाखों रुपए की रिश्वत लेने के मामले में नामजद जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडैंट गुरजीत सिंह की तरफ से अदालत में लगाई अपनी आगामी जमानत की अर्जी एडीशनल सैशन जज मानसा की अदालत की तरफ से खारिज कर दी गई है, जबकि इस मामले में गिरफ़्तार एक कैदी व एक अधिकारी अदालत की तरफ से पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि 17 दिसंबर 2017 को विजीलैंस विभाग मानसा की तरफ से जेल में बंद एक कैदी गौरव कुमार निवासी शाहबाद मारकंडा के पास से एक जेल अधिकारी व उसके एक साथी कैदी को पैसे लेते विजीलैंस ने जेल से बाहर से रंगे हाथों पकडऩे के बाद एक डी.एस.पी., वैल्फेयर अफसर व कैदी के खिलाफ विजीलैंस विभाग मानसा ने अपने बठिंडा दफ़्तर में मामला दर्ज करवाया था। विजीलैंस विभाग के अनुसार नशा तस्करी के मामले में सजा काट रहा गौरव कुमार जेल की कैंटीन पर ड्यूटी निभाता था। सहूलियतें लेने के लिए उसके रिश्तेदार गौरव कुमार के खाते में अक्सर पैसे संचित करवा देते थे।
बताया गया है कि डी.एस.पी. गुरजीत सिंह ने गौरव कुमार को कहा कि वह उसे 86 हजार रुपए के अलावा 1 लाख रुपए और लाकर दे नहीं तो उसके साथ सख्ती की जाएगी। गौरव कुमार ने अपने घर से 86 हजार रुपए का एक चैक व एक लाख रुपए की और नकदी अपने भाई के हाथ डी.एस.पी. को देने के लिए मानसा जेल बुलाया, जिससे पैसे लेने के लिए डी.एस.पी. गुरजीत सिंह ने जेल के अफ़सर सिकन्दर सिंह व कैदी पवन कुमार को बाहर भेजा। पैसे देने आए रवीन्द्र कुमार की तरफ से उनको पैसे पकड़ाते ही विजीलैंस टीम ने उनको रंगे हाथों काबू करके उनसे 86,200 रुपए का चैक व 50 हजार रुपए की नकदी बरामद कर ली थी, जिनके खिलाफ़ विजीलैंस ब्यूरो बठिंडा में मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई आरंभ कर दी थी।