Edited By Updated: 29 Apr, 2016 01:02 PM
आए दिन जिले और निगम की हद में लावारिस पशुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। 1 करोड़ से अधिक का काऊ टैक्स एकत्र होने के बावजूद पशु रेन बसेरे के लिए तरस रहे है।
भटिंडा: आए दिन जिले और निगम की हद में लावारिस पशुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। 1 करोड़ से अधिक का काऊ टैक्स एकत्र होने के बावजूद पशु रेन बसेरे के लिए तरस रहे है।
इस बारे जब गोशालाओं के अध्यक्ष जीवा राम गोयल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि गोशालाओं से पहले से ही क्षमता से ज्यादा पशु रखे हुए है, जिसमें प्रशासन और निगम बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहा है। वहीं समासजेवी सोनू माहेशवरी का कहना है कि शराब पर 10 रुपए, बीयर पर 5 रुपए, होटल नॉन एसी समागम के 500 रुपए, एसी समागम के 1000 रुपए के अलावा अन्य वस्तुओं पर निगम काऊ टैक्स वसूल कर रहा है, जो गलत है। अगर लावारिस पशुओं को निगम कंट्रोल ही नहीं कर सकता तो वह काऊ टैक्स लेना बंद कर दें।