Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Feb, 2018 09:34 AM
मौड़ में हुए बम कांड की जांच को ठंडे बस्ते में डालने के विरोध और इस कांड की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के मौड़ हलके के विधायक जगदेव सिंह कमालू के नेतृत्व में ‘आप’ ने मौड़ तहसील कार्यालय समक्ष धरना दिया और पीड़ित परिवारों को इंसाफ...
मौड़ मंडी(प्रवीन): मौड़ में हुए बम कांड की जांच को ठंडे बस्ते में डालने के विरोध और इस कांड की उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी के मौड़ हलके के विधायक जगदेव सिंह कमालू के नेतृत्व में ‘आप’ ने मौड़ तहसील कार्यालय समक्ष धरना दिया और पीड़ित परिवारों को इंसाफ देने के साथ-साथ मौड़ बम कांड संघर्ष कमेटी की मांगें मानने को कहा।
धरने को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के विधानसभा में विरोधी पक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि पंजाब आज बेइंसाफी का अड्डा बन चुका है, जहां कोई भी सुरक्षित नहीं है और किसी को कोई इंसाफ नहीं मिल रहा है। मौड़ बम कांड व बहिबल कलां कांड को सरकार सरेआम ठंडे बस्ते में डालने की तैयारियां कर रही है, परन्तु आम आदमी पार्टी सरकार की इन चालों को कभी सफल नहीं होने देगी। वह मौड़ बम कांड व बहिबल कलां कांड के साथ-साथ सरकार की शह पर वसूले जा रहे गुंडा टैक्स की भी सी.बी.आई. जांच की मांग करते हैं, ताकि असलियत लोगों के सामने आ सके। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने गुटका साहिब पर हाथ रखकर सत्ता के लालच में जनता के साथ झूठे वायदे किए, जो कभी भी पूरे नहीं होंगे। अकालियों व कांग्रेसियों ने हमेशा ही जनता को झूठे लारे लगाए हैं। खैहरा ने पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि आम आदमी पार्टी मौड़ बम कांड व बहिबल कलां कांड की उच्च स्तरीय जांच की मांग करती है। सरकार द्वारा मौड़ बम कांड की जांच को ठंडा करना स्पष्ट करता है कि यह कांड किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा है और जब भी इसकी उच्च स्तरीय जांच हुई तो इसमें किसी बड़ी राजनीतिक हस्ती का हाथ सामने आएगा।
इस दौरान विधायक प्रो. बलजिंद्र कौर ने कहा कि मौड़ बम कांड की तारें डेरा सिरसा से जुडऩे पर सरकार द्वारा कोई प्रतिक्रिया न देना और जांच को धीमा करना मामले को संदिग्ध बनाता है जिसका सच उच्च स्तरीय जांच से ही सामने आएगा। मौड़ के विधायक जगदेव सिंह कमालू ने कहा कि चुनाव दौरान ‘आप’ की हवा से डर कर आप विरोधी पाॢटयों ने किनारा कर लिया, ताकि वे जेलों की हवा से बच सकें। इस बात की जांच होनी चाहिए कि मौड़ बम कांड कहीं कोई सियासी लाभ लेने के लिए किया गया कार्य तो नहीं था। इस बात की जांच उच्च स्तरीय एजैंसियों द्वारा की जानी चाहिए, ताकि दूध का दूध व पानी का पानी हो सके। मौड़ बम कांड संघर्ष कमेटी के गुरमेल सिंह मेला, नवीन स्टार, जीत इंद्र सिंह, सुशील कुमार शीली, जश्न कुमार, अंकुल बंसल व पीड़ित परिवारों के डा. बलवीर सिंह, मास्टर नछत्तर सिंह आदि ने कमेटी की मांगों संबंधी खैहरा को मांग-पत्र दिया, परन्तु संघर्ष कमेटी के एक सदस्य को खैहरा के सुरक्षा कर्मी द्वारा धक्के मारने पर एक बार माहौल गर्म हो गया था, जिसको ठंडा करने के लिए खैहरा को अपने भाषण दौरान माफी भी मांगनी पड़ी।