Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Feb, 2018 10:16 AM
जिले में टैट का टैस्ट भारी सुरक्षा प्रबंधों के बीच सम्पन्न हुआ। अध्यापक बनने के लिए छात्र भारी संख्या में जिले के 9 परीक्षा केंद्रों में टैट का टैस्ट देने के लिए आए हुए थे। पूरे पंजाब में लगभग सवा लाख जबकि जिला बरनाला में कुल 3306 छात्रों ने टैट का...
बरनाला (विवेक सिंधवानी,गोयल): जिले में टैट का टैस्ट भारी सुरक्षा प्रबंधों के बीच सम्पन्न हुआ। अध्यापक बनने के लिए छात्र भारी संख्या में जिले के 9 परीक्षा केंद्रों में टैट का टैस्ट देने के लिए आए हुए थे। पूरे पंजाब में लगभग सवा लाख जबकि जिला बरनाला में कुल 3306 छात्रों ने टैट का टैस्ट देने के लिए अप्लाई किया था। इनमें से 3116 टैस्ट देने के लिए आए जबकि 190 छात्र गैर-हाजिर रहे। शाम के वक्त ई.टी.टी. के छात्रों ने भी टैस्ट दिया। यह टैस्ट 2 सैंटरों पर सम्पन्न हुए। टैस्ट लगभग 600 छात्रों ने दिया।
लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है अध्यापक बनने के लिए
अब अध्यापक बनने के लिए भी छात्रों को लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। पहले तो टैट का टैस्ट यानी कि पंजाब स्टेट टीचर्ज एलीजिबिलटी टैस्ट को पास करना पड़ता है जिसे सिर्फ 7-8 प्रतिशत छात्र ही क्लीयर करते हैं। उसके बाद जिस विषय का अध्यापक बनना होता है, उसके टैस्ट को भी क्लीयर करना पड़ता है। इसके बाद भी यह गारंटी नहीं कि नौकरी मिलेगी या नहीं। यदि नौकरी मिल भी गई तो पता नहीं कि पक्की मिलेगी या ठेके पर।
पढ़-लिखकर भी घूम रहे हैं बेरोजगार : संदीप कुमार
टैट परीक्षा देने के लिए आए छात्र संदीप कुमार ने कहा कि हम बी.एड. कर भी बेरोजगार घूम रहे हैं। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जो छात्र डिग्री प्राप्त कर लेता है उसको नौकरी पक्के तौर पर दे ताकि कोई छात्र पढ़-लिखकर भी बेरोजगार होकर न घूमे।