काटे जा सकते हैं कनैक्शन, लोगों को करना पड़ सकता है पानी की समस्या का सामना

Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 10:22 AM

power department

गांवों के हजारों लोगों को पीने वाला पानी मुहैया करवाने वाले वाटर वक्र्स बिजली के बिलों की अदायगी को लेकर आॢथक संकट में हैं और आए दिन इन बिलों का भार बढ़ता ही जा रहा है। बकाया खड़े बिजली के बिलों की वसूली को लेकर सक्रिय हुए पावरकाम विभाग की गाज अब...

संदौड़ (रिखी): गांवों के हजारों लोगों को पीने वाला पानी मुहैया करवाने वाले वाटर वक्र्स बिजली के बिलों की अदायगी को लेकर आॢथक संकट में हैं और आए दिन इन बिलों का भार बढ़ता ही जा रहा है। बकाया खड़े बिजली के बिलों की वसूली को लेकर सक्रिय हुए पावरकाम विभाग की गाज अब संदौड़ इलाके के 15 गांवों के वाटर वक्र्सों पर गिर सकती है जिनकी तरफ पावरकाम विभाग का 1 करोड़ 62 लाख रुपए बकाया सरकारी फाइलों का बोझ बना खड़ा है और इन गांवों के मीटर अभी भी निर्विघ्न चालू हैं।

जानकारी अनुसार पावरकाम दफ्तर संदौड़ (बिशनगढ़) के अधीन आते जिन गांवों के वाटर वक्र्स की तरफ फरवरी 2018 तक बिजली बिल बकाया खड़ा है उनमें संदौड़ के वाटर वक्र्स की तरफ 2 लाख 34 हजार,कलसिया की तरफ 5 लाख 74 हजार,महोली खुर्द की तरफ 6 लाख 61 हजार,गांव कंगणवाल की तरफ 30 लाख 4 हजार,झुनेर की तरफ 3 लाख 34 हजार,धलेर खुर्द की तरफ 2 लाख से अधिक,गांव झुनेर के दूसरे वाटर वक्र्स की तरफ 14 लाख 73 हजार,नत्थोहेड़ी की तरफ 3 लाख 58 हजार,खुर्द की तरफ 16 लाख 77 हजार,माणकी की तरफ 7 लाख 11 हजार,कल्याण की तरफ 2 लाख 97 हजार,पंजगराइयां की तरफ 34 लाख 36 हजार,जलवाना की तरफ सिर्फ 4 हजार,फरवाली की तरफ 1 लाख 25 हजार,कस्बा की तरफ 2 लाख 58 हजार और लोहटबद्दी की तरफ 24 लाख से अधिक रुपए बकाया हैं।

इसके साथ ही पावरकाम के बकाया बिलों की सूची अनुसार पुलिस थाना संदौड़ की तरफ 71 हजार, एस.एम.ओ. पंजगराइयां की तरफ 80 हजार,मिनी पी.एच.सी. लोहटबद्दी की तरफ 25 हजार और पुलिस केंद्र लोहटबद्दी की तरफ 22 हजार रुपए बकाया रहते हैं। जिनको न भरने कारण पावरकाम इनके कनैक्शन किसी भी समय काट सकता है।

बिल करने चाहिए माफ
इस संबंधी समाज भलाई क्लब पंजाब के प्रधान रजिन्द्रजीत सिंह कालाबूला ने कहा कि एक ओर तो सरकारें लोक भलाई की बातें कर रही हैं व कितनी ही भलाई स्कीमें चलाकर लोक सेवा का नारा लगा रही हैं लेकिन दूसरी ओर गांवों में चलते वाटर वक्र्स जो जरूरतमंद व आॢथक पक्ष से कमजोर लोगों के पानी पीने का सहारा हैं उनको लोगों के बिलों के सहारे छोड़ रखा है जबकि आए महीने आते लाखों रुपए के बिजली बिल लाभाॢथयों के 40-50 रुपए महीना अदायगी के साथ कैसे भरे जा सकते हैं, इसलिए सभी गांवों के वाटर वक्र्सों के बिल भी खेती मोटरों की तर्ज पर माफ करने चाहिए।

आए महीने बढ़ रहे हैं वाटर वक्र्सों के बिल
गांवों मे चलते वाटर वक्र्सों के बिजली बिल आए महीने बढ़ते जा रहे हैं जबकि इनको उतारने का कोई विशेष प्रबंध होता नजर नही आ रहा क्योंकि विभाग ने इनको पंचायतों के हवाले कर के अपना पल्ला छुड़ा लिया व कई गांवों में लोग पानी का बिल भी सही समय भरने के लिए तैयार नही हैं।

कई गांवों ने अपना बकाया बहुत कम कर लिया
इस सूची में से जहां अधिकतर गांवों का बकाया पहले से बड़ी मात्रा में बढ़ा है वहां कई ऐसे गांव भी हैं जहां पहले से खड़ा बकाया कम हुआ है। उनमें जलवाना,कल्याण,फरवाली और कस्बा आदि शामिल हैं।

वाटर सप्लाई विभाग ने डिफाल्टरों को दी बड़ी राहत  
यह बकाया सिद्ध करता है कि कनैक्शन धारकों की तरफ से सही भुगतान नही आ रहा इसलिए वाटर सप्लाई एंड सैनीटेशन विभाग पंजाब ने अपने ग्राहकों को 20 मार्च 2018 तक मौका दिया है जिसके तहत जो कनैक्शन धारकों की तरफ अधिक बकाया बिल खड़ा है वे सिर्फ 2000 (दो हजार) रुपए भुगतान करके बाकी सारा माफ करवा सकते हैं और आगे से निर्विघ्न बिल भुगतान करने के लिए पाबंद होंगे। विभाग ने उन लाभार्थियों के लिए भी विशेष मौका दिया है, जिन्होंने बिना मंजूरी के पानी का कनैक्शन चला रखा है। ऐसे व्यक्ति बिना सिक्योरिटी अपना कनैक्शन बिल भुगतान करके ही रजिस्टर्ड कर सकते हैं।
 

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