Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 10:39 AM
पहाड़ी इलाकों में निरंतर हो रही बर्फबारी से पंजाब भी सर्दी की लपेट में जकड़ चुका है व साथ ही नववर्ष की पहली संध्या पर गहरी धुंध पडऩे से मौसम ने करवट ले ली है। गत शाम 5 बजे ही संगरूर में धुंध पडऩी शुरू हो गई जो कि 2 जनवरी तक पड़ती रही जिससे जनजीवन...
संगरूर(विवेक सिंधवानी, यादविन्द्र): पहाड़ी इलाकों में निरंतर हो रही बर्फबारी से पंजाब भी सर्दी की लपेट में जकड़ चुका है व साथ ही नववर्ष की पहली संध्या पर गहरी धुंध पडऩे से मौसम ने करवट ले ली है। गत शाम 5 बजे ही संगरूर में धुंध पडऩी शुरू हो गई जो कि 2 जनवरी तक पड़ती रही जिससे जनजीवन काफी प्रभावित रहा। जिले में जहां सड़कों पर चलते वाहनों की रफ्तार थम गई वहीं धुंध ने लोगों को भी घरों में रहने को मजदूर किया। बस व रेल सेवाएं भी काफी प्रभावित हुईं व बसें तथा रेलगाडिय़ां देरी से चलीं।
कब बदलेगी अंग्रेजों के जमाने की रीत
राज्य सरकार द्वारा 25 दिसम्बर से 1 जनवरी तक की सर्दियों की छुट्टियों उपरांत आज पंजाबभर के स्कूल सुबह 9 बजे खुले। उधर गत शाम से ही तापमान में बड़ी गिरावट आई व धुंध-कोहरे ने सबको कंपकंपी लगा दी। सुबह से ही पड़ी इस धुंध ने जहां यातायात को प्रभावित किया, वहीं ऐसे मौसम में विद्यार्थियों विशेषकर प्राइमरी व नर्सरी के बच्चों को ठंड का सामना करना पड़ा, जो ठिठुरते हुए स्कूल पहुंचे। सवाल यह है कि स्कूलों में सर्दी की छुट्टियां अंग्रेजों के समय से ही 25 से 31 दिसम्बर तक की जाती रही हैं। इन दिनों मौसम चाहे कैसा भी हो, विभाग लकीर का फकीर होकर छुट्टियां इन दिनों में ही करता है। बुद्धिजीवियों द्वारा मांग की जाती है कि यह छुट्टियां मौसम को देखकर ही की जाएं।
ट्रैफिक नियमों का करें पालन: सुखदीप सिंह
पंजाब केसरी से बात करते हुए जिला ट्रैफिक इंचार्ज सुखदीप सिंह ने कहा कि धुंध व ठंड को देखते हुए सड़कों पर वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पूरी तरह पालन करें। वाहनों के चारों तरफ रिफ्लैक्टर लगाएं, पीली लाइटों व इंडीकेटरों का प्रयोग करें, वाहनों की स्पीड धीमी रखें व ओवरटेक ध्यान से करें।
सब्जियों पर पड़ी कोहरे की मार
ठंड व धुंध का मौसम गेहूं की फसल के लिए जहां लाभदायक है वहीं सब्जियों की काश्त करने वाले किसान परेशान हैं। कई किसानों द्वारा बैंगन, टमाटर, मिर्च आदि बोए हुए हैं व इन सब्जियों को कोहरे की मार से बचाने के लिए घास या प्लास्टिक के लिफाफे उक्त सब्जियों पर डालकर उन्हें ठंड से बचाने के यत्न करने पड़ रहे हैं।
5 बजे ही छाई घनी धुंध
नववर्ष की पहली शाम को ही संगरूर में 5 बजे के करीब धुंध पडऩी शुरू हो गई जिससे वाहन चालकों को लाइटें जलानी पड़ गईं व मुश्किलों का सामना करना पड़ा। दुकानदारों ने भी धुंध को देखते ही जल्दी दुकानें बंद कर दीं। लोगों ने ठंड से बचने के लिए घरों में आग व हीटरों की मदद ली। शाम व सुबह को घर-घर दूध पहुंचाने वालों को धुंध के कारण मुश्किलें आईं।
स्कूली बच्चे हुए परेशान
दिसम्बर की छुट्टियां खत्म होने के बाद नववर्ष से जिले में आज कई स्कूल खुले जिस कारण निजी व सरकारी स्कूलों को जाने वाले स्कूली बज्जे ठंड व धुंध कारण परेशान हुए।
मजदूरों की मुश्किलें बढ़ीं
कंपकंपाती सर्दी व धुंध ने लेबर चौक में दिहाड़ी मिलने की आशा से आते मजदूरों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। लेबर चौक में खड़े हरजीत, काला, रमेश, गुड्डू, महेन्द्र व पाला ने कहा कि इस सर्दी व धुंध से उनको दिहाड़ी मुश्किल से मिलती है जिससे उनके घरों के चूल्हे ठंडे हो गए हैं।
100 प्रतिशत रही नमी
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार रात संगरूर में जीरो विजिबिलिटी रही जो कि सुबह 11 बजे तक 3 एम.आई. हुई। धुंध से ओस की बूंदें 9 डिग्री सैल्सियस पड़ती रहीं व तापमान में नमी 100 प्रतिशत रही। अगले 48 घंटे भी इसी तरह का मौसम बने रहने की संभावना है।