Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Mar, 2018 01:21 PM
गेहूं का सीजन शुरू होने वाला है। गेहूं के सीजन से पहले गोदाम मालिकों और खरीद एजैंसियों में मतभेद पैदा हो गए हैं। जिस कारण आने वाले सीजन में गेहूं स्टोर करने के लिए सरकार को भारी दिक्कत आ सकती है। अगर अनाज स्टोर न हुआ तो खुले आसमान में अरबों रुपए...
बरनाला (विवेक सिंधवानी,गोयल): गेहूं का सीजन शुरू होने वाला है। गेहूं के सीजन से पहले गोदाम मालिकों और खरीद एजैंसियों में मतभेद पैदा हो गए हैं। जिस कारण आने वाले सीजन में गेहूं स्टोर करने के लिए सरकार को भारी दिक्कत आ सकती है। अगर अनाज स्टोर न हुआ तो खुले आसमान में अरबों रुपए का अनाज खराब होने का डर भी हमेशा बना रहेगा। इस मुद्दे पर जिला बरनाला ओपन पलिंथों एसो. ने एक मांग पत्र डायरैक्टर खुराक सिविल सप्लाई को भेजा है और पलिंथों का कब्जा देने की मांग की है।
सरकार की नई पालिसी अनुसार नहीं देंगे खरीद एजैंसियों को किराए पर पलिंथों
बातचीत करते हुए जिला पलिंथ एसो. के नेता सोमनाथ गर्ग ने कहा कि पहले फूड एजैंसियों ने हमारे साथ 5 वर्ष का एग्रीमैंट किया हुआ था। फिर वर्ष दर वर्ष एग्रीमैंट हुआ। पहले हमें प्रति क्विंटल 72 पैसे किराया दिया जाता था जो अब घटाकर 45 पैसे कर दिया गया। अब खरीद एजैंसियों द्वारा हमें कहा जा रहा है कि हम जितना माल तुम्हारी पलिंथों में लगाएंगे उतना ही किराया आपको दिया जाएगा।
सरकार की यह पालिसी हमें पसंद नही। हमने गोदाम खाली करने के लिए खरीद एजैंसियों को कह दिया है। खरीद एजैंसी पनग्रेन ने कुछ गोदाम मालिकों को कहा कि गोदाम खाली हैं आप अपना कब्जा ले सकते हो पर जब हम गोदामों में गए तो मौके पर कवर, क्रेट और अन्य सामान पड़ा था। चाबी भी खरीद एजैंसियों के पास है। अगर खरीद एजैंसियों ने हमें कब्जा ही देना है तो सभी बिजली के बिल पे किए जाएं, फिर हमें कब्जा दिया जाए। अगर खरीद एजैंसियों ने हमारे गोदाम किराए पर लेने हैं तो पुराने एग्रीमैंट के हिसाब से ही गोदाम किराए पर देंगे, नहीं तो हम गोदाम किराए पर नही देंगे।