Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Feb, 2018 01:17 PM
जिला शिक्षा अफसर के दफ्तर समक्ष अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी वर्करों व पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई। आंगनबाड़ी वर्कर जिलाध्यक्ष गुरमेल कौर बिंजोकी की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अफसर (प्राइमरी) संगरूर के दफ्तर समक्ष मांगों के लिए धरना...
संगरूर(बेदी): जिला शिक्षा अफसर के दफ्तर समक्ष अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी वर्करों व पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई। आंगनबाड़ी वर्कर जिलाध्यक्ष गुरमेल कौर बिंजोकी की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अफसर (प्राइमरी) संगरूर के दफ्तर समक्ष मांगों के लिए धरना देकर प्रदर्शन कर रही थी। इस दौरान उनकी पुलिस कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की हो गई।
इस मौके धरने को संबोधित करते हुए नेताओं ने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन गत लंबे समय से संघर्ष कर रही है। 26 नवम्बर 2017 को शिक्षा विभाग और आई.सी.डी.एस. विभाग ने मिलकर यह सांझा फैसला लिया कि 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों की देख-रेख और प्री प्राइमरी शिक्षा का प्रबंध दोनों विभाग मिलकर करेंगे। जब तक प्राइमरी स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए बिल्डिंग का प्रबंध नही हो जाता तब तक शिक्षा वालंटियर आंगनबाड़ी केंद्रों में जाकर बच्चों को प्री प्राइमरी शिक्षा 1 घंटे के लिए देंगे क्योंकि प्राइमरी स्कूलों में न तो बिल्डिंग का प्रबंध है व न ही छोटे बच्चों को स्कूलों में लाने व घर छोडऩे का कोई प्रबंध है परंतु अब शिक्षा सचिव पिं्रसीपल कृष्ण कुमार व शिक्षा मंत्री इस वायदे से मुकर रहे हैं।
अब शिक्षा सचिव वर्करों व हैल्परों के साथ धोखा कर रहे हैं वह जहां 54000 आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों का रोजगार छीन रहे हैं वहीं उन बच्चों के साथ भी धोखा कर रहे हैं जिनका इस ठंड मे बैठने का कोई प्रबंध नही किया गया। इन छोटे बच्चों को शिक्षित करने के लिए शिक्षा विभाग के पास एन.टी.टी. अध्यापक नहीं। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षा अधिकारी 26 नवम्बर के फैसले अनुसार 3 से 6 वर्ष के बच्चे आंगनबाड़ी सैंटरो को वापस नही करते तो आने वाले समय में संघर्ष को और तेज किया जाएगा। धरने को सिन्दर बड़ी, सुरिन्द्र कौर, रणजीत कौर, सरबजीत कौर, अंग्रेज कौर, बलविन्द्र कौर, जसविन्द्र कौर, सरोज धूरी और सुखपाल कौर ने संबोधित किया।