Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 12:06 PM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने जहां 1984 में हुए सिख हत्याकांड के बंद किए गए 186 मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नए सिरे से जांच करने के फैसले का स्वागत किया, वहीं सिखों को कई दशक बीत जाने पर भी इन्साफ न...
अमृतसर(दीपक, ममता): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने जहां 1984 में हुए सिख हत्याकांड के बंद किए गए 186 मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नए सिरे से जांच करने के फैसले का स्वागत किया, वहीं सिखों को कई दशक बीत जाने पर भी इन्साफ न मिलने के लिए अफसोस भी जाहिर किया।
उन्होंने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से सिखों को इन्साफ मिलने की आशा जरूर बंधी है परंतु इन्साफ में और देरी नहीं होनी चाहिए। समय-समय पर सरकारों द्वारा अलग-अलग जांच आयोग बनाए जाते रहे हैं और नए बने आयोग द्वारा पिछले कमीशन की जांच को दोबारा नए सिरे से करने में लंबा समय निकाल दिया जाता है। कई सिख तो इन्साफ के इंतजार में प्राण भी त्याग चुके हैं। इस हत्याकांड में शामिल लोगों के नाम जगजाहिर हैं परन्तु इसके बावजूद आरोपी सालों से आजाद घूम रहे हैं। हम भारत सरकार और माननीय सुप्रीम कोर्ट से मांग करते हैं कि पीड़ित सिखों को जल्द से जल्द इन्साफ दिलाया जाए।