Edited By Updated: 25 May, 2016 03:20 PM
संसद में अपने विषय को कैसे प्रकट किया जाए
जालंधर/अमृतसर : संसद में अपने विषय को कैसे प्रकट किया जाए, किस तरह के विषयों को तर्कसंगत व उसके गंभीर पक्ष को उभारा जाए व अन्य संसदीय तौर-तरीकों के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा सांसद श्वेत मलिक का मार्गदर्शन किया।
मलिक ने बताया कि श्री मोदी ने उन्हें एक शिक्षक की भांति राज्यसभा के तौर-तरीकों से अवगत करवाते हुए कई राष्ट्रीय विषयों पर अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित किया। मोदी ने उन्हें विश्वास दिलाया कि सरकार का पूरा सहयोग उन्हें मिलता रहेगा। उन्होंने उनकी पीठ थपथपाते हुए कहा कि आप शिक्षित हैं, अच्छे वक्ता भी हैं इसलिए पार्टी को आपसे उम्मीद रहेगी कि आप देश के ज्वलंत विषयों का गहनता से अध्ययन करें और उसके बाद देश, जनहित व पार्टी हित के लिए उन्हें संसद में उठाएं।
उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि वह अपने कार्यक्षेत्र में इस बात का ध्यान रखें कि सरकार द्वारा युवा, महिला, अनुसूचित जाति, वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों, बुद्धिजीवियों व अन्य वर्गों के लिए चलाई जा रही योजनाएं प्रशासन के माध्यम से अंतिम छोर तक बैठे हर नागरिक तक पहुंचें।
मलिक ने कहा कि ‘प्रशासन आया आपके द्वार’ के माध्यम से हरेक कार्य वरीयता के आधार पर करवाया जाएगा तथा जिम्मेदार अधिकारियों की जनता के प्रति जवाबदेही भी निर्धारित की जाएगी। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व वित्त मंत्री अरुण जेतली से भी मुलाकात की।