Edited By Updated: 25 Oct, 2016 04:32 PM
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भारतीय सेना का मनोबल बनाए रखने हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर को तुरंत बर्खास्त करने को कहा है।
चंडीगढ़ : पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भारतीय सेना का मनोबल बनाए रखने हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर को तुरंत बर्खास्त करने को कहा है।
मंगलवार को जारी किए बयान में कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि आप ऐसे महत्वपूर्ण विभाग को संभालने के लिए ऐसे नाकाबिल जोकरों को इजाजत नहीं दे सकते, जिन्होंने सैनिकों का दर्जा सिविल प्रशासन में उनके समान पदाधिकारियों से घटाने संबंधी रक्षा मंत्री के आदेशों की निंदा की है। इस क्रम में मीडिया के एक वर्ग में छपी खबर कि रक्षा मंत्री के एक नए पत्र ने सभी पदों में सेना का दर्जा घटा दिया है, पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कैप्टन अमरेन्द्र ने पार्रिकर पर अफसरशाही के हितों को पूरा करने के लिए भारतीय सेना का मनोबल गिराने का आरोप लगाया है।
रिपोर्ट मुताबिक एक कर्नल जो अभी तक एक डायरैक्टर के बराबर होता था, का दर्जा घटाकर उसे एक ज्वाइंट डायरैक्टर के बराबर कर दिया गया है। इसी तरह, एक डायरैक्टर रैंक के सिविल अधिकारी को ब्रिगेडियर के बराबर कर दिया गया है, जो क्रम इसी तरह जारी है। कैप्टन अमरेन्द्र ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से व्यक्तिगत तौर पर मामले में दखल देने और बिना किसी देरी मंत्रालय के इस नामंजूर फैसले को वापिस लेने की अपील की है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को चेतावनी देते हुए कहा है कि आप अंदाजा लगा सकते हो कि सेना का मनोबल गिरने से दुश्मनों के खिलाफ देश की ताकत पर क्या असर पड़ेगा।
इस दौरान सेना का मनोबल गिरने की जिम्मेदारी कौन लेगा? मनोबल में आई किसी भी गिरावट के लिए आप पूरी तरह से जिम्मेदार होगे। कैप्टन अमरेन्द्र ने मोदी से जानना चाहा है कि क्या आप और आपकी सरकार भारतीय सेना को खुद को तबाह करने वाले रास्ते पर चलाने की जिम्मेदारी लेने को तैयार हो,जिसका नतीजा आखिर में देश की तबाही बनकर सामने आएगा। प्रदेश कांग्रेस प्रधान ने कहा कि पार्रिकर द्वारा लगातार भारतीय सेना को अपमानित करने की कोशिश की जा रही है, जिन्हें तुरंत रोके जाने की जरूरत है। इस क्रम में मंत्री के पक्षपाती व अफसरशाही-केन्द्रित दृष्टिकोण की देश को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
कैप्टन अमरेन्द्र ने जोर देते हुए कहा कि बतौर एक पूर्व सैनिक वह जानते हैं कि एक सैनिक क्या चाहता है, और एक उचित दर्जा उसकी उम्मीदों में से एक है। इस क्रम में सैनिकों को उनके उचित अधिकारों से वंचित करना, उनके मनोबल में भारी गिरावट का कारण बन सकता है, जिसे किसी भी कीमत पर बनाए रखने की जरूरत है।