Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 10:06 AM
पंजाब स्टेट पॉवर कार्पोरेशन लिमिटेड केहाईटैक सैप सिस्टम पर ठेके पर काम करने वाले मीटर रीडर भारी पड़ रहे हैं। मीटर रीडरों की पावर कॉम अधिकारियों के पास शिकायतें आती रहती हैं कि वे मीटर रीडिंग में हेराफेरी कर रहे हैं और ऐसे में पावर कॉम को चपत लग रही...
अमृतसर(रमन): पंजाब स्टेट पॉवर कार्पोरेशन लिमिटेड केहाईटैक सैप सिस्टम पर ठेके पर काम करने वाले मीटर रीडर भारी पड़ रहे हैं। मीटर रीडरों की पावर कॉम अधिकारियों के पास शिकायतें आती रहती हैं कि वे मीटर रीडिंग में हेराफेरी कर रहे हैं और ऐसे में पावर कॉम को चपत लग रही है। इसका खामियाजा पावरकॉम के अधिकारियों के साथ-साथ लोगों को भी भुगतना पड़ रहा है।
जानकारी मिली है कि पावर कॉम के पास मीटर जलने की शिकायत आती है। इससे कई लोग कर्मचारियों से सैटिंग कर लेते हैं और 2 बिल सर्कल की रीडिंग अपने बिल में कम करवा लेते हैं। ये बिल अधिकतर गर्मियों केमौसम केही होते हैं। मीटर रीडिंग को छुपाने को लेकर बाद में मीटर जला दिया जाता है।
इससे पावर कॉम को काफी चूना लगता है। यह काम कर्मचारियों की मिलीभगत से होता है। लोग बिल ठीक करवाने के लिए बिजली घरों के चक्कर लगाते हैं, जिससे बिजली कर्मचारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में पिछले समय में मीटर रीडरों की पिछले एस.ई. सिटी सर्कल के साथ बैठक हुई थी, जिसमें मीटर रीडरों ने वेतन कम होने की बात कही थी और इस पर सभी अधिकारी चुप हो गए थे।
दरअसल मीटर रीडर जब इलाकों में रीडिंग लेते हैं तो मशीन में से सिम निकाल देते हैं, जिससे रीङ्क्षडग में गड़बड़ हो जाती है और लोगों केबिल गलत बन जाते हैं। कई लोगों को तो लाखों रुपए का बिल भी चला जाता है। मीटर में कोई भी खराबी होती है तो उसको लेकर बिल में कोड अंकित होकर आता है, लेकिन लोग फिर भी ध्यान नहीं देते।
ये हैं कोड
*एल-कोड घर को ताला लगा है।
*डी-मीटर खराब है।
*एम-मीटर की सील टूटी है।
*टी.-टर्मिनल सील टूटी है।
*आर-मीटर जल गया है।
*एस-मीटर गायब है।
*आई-नई रीङ्क्षडग कम व बहुत अधिक है।
*एफ-मीटर दूसरा है।
*एन-रीडिंग नहीं ली गई।
*सी-मीटर बदली कर दिया गया है।
*ओ-मीटर पूरा ठीक है।
*ए-मीटर की जगह बदली गई है।
*एच-नंगी तारें व जोड़।
*जी-मीटर का शीशा टूटा है।
*बी-मीटर के बक्से की सील टूटी है।
*डब्ल्यू-टर्मिनल प्लेट में खराबी।
*ई.ई.एम.-मीटर को ई.एल. के साथ बदली करने के लिए।
लोगों से ऐंठते हैं पैसे
ठेके पर काम करने वाले मीटर रीडर इलाकों में लोगों से पैसे ऐंठते रहते हैं। इस संबंध में कई केस पावरकॉम केअधिकारियों के पास आए हैं, जिसमें कई मीटर रीडरों पर कार्रवाई भी हुई है और उन्हें नौकरी से निकाला गया है।