Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Feb, 2018 03:46 PM
न्यू अमृतसर के समीप स्थित दर्शन एवेन्यू में हुए मां-बेटी के दोहरे हत्याकांड में अब सुपारी किङ्क्षलग के अंदेशे को लेकर पुलिस की जांच हिस्ट्रशीटरों की ओर मुड़ गई है। बेदर्दी से मौत के घाट उतारी गई गगनदीप वर्मा व उसकी बेटी शिवनैनी का मामला भी किसी...
अमृतसर (संजीव): न्यू अमृतसर के समीप स्थित दर्शन एवेन्यू में हुए मां-बेटी के दोहरे हत्याकांड में अब सुपारी किङ्क्षलग के अंदेशे को लेकर पुलिस की जांच हिस्ट्रशीटरों की ओर मुड़ गई है। बेदर्दी से मौत के घाट उतारी गई गगनदीप वर्मा व उसकी बेटी शिवनैनी का मामला भी किसी प्रोफैशनल किलर की ओर इशारा कर रहा था जिसने अलग-अलग कमरों में दोनों मां-बेटी को बिठाया और हत्या के उपरांत पूरी तरह सबूत मिटाने का प्रयास किया।
हत्यारे 3 घंटे से अधिक गगनदीप वर्मा के घर पर रुके होंगे जिससे यह साफ हो रहा है कि कोई व्यक्ति पहले घर का दरवाजा खुलवा अंदर दाखिल हुआ और उसके उपरांत सुपारी किलरों को घर में बिठा खुद वहां से चला गया होगा। पहचान वाले के वहां से चले जाने के उपरांत भाड़े पर लिए गए गुंडा तत्वों ने घर में पूरा आतंक मचाया और दोनों मां-बेटी की हत्या कर मौके से फरार हो गए। पुलिस अब इस एंगल को लेकर आपराधिक प्रवृत्ति रखने वाले तत्वों की तलाश में जुट गई है जिसमें पुलिस ने आधा दर्जन के करीब कुछ हिस्ट्रीशीटरों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और इस तरह की वारदात करने वालों के बारे में पूछताछ की।
यह है मामला
सोमवार की मध्य रात्रि जी.टी. रोड पर स्थित दर्शन एवेन्यू में मां-बेटी गगनदीप वर्मा (42) व शिवनैनी वर्मा (21) की उनके घर में हत्या कर दी गई थी। सबूत मिटाने की खातिर हत्यारों ने दोनों शवों को आग के हवाले कर दिया था जिसमें गगनदीप वर्मा तो पूरी तरह से जल गई थी जबकि उसकी बेटी शिवनैनी अधजली अवस्था में थी जिसमें पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
अब पुलिस दोनों मां-बेटी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है जिसमें यह साफ हो जाएगा कि हत्या से पहले दोनों मां-बेटी के साथ हत्यारों द्वारा दुष्कर्म तो नहीं किया गया। जिले का सी.आई.ए. स्टाफ इस दोहरे हत्या कांड की गुत्थी को सुलझाने में पूरी तरह से जुटा हुआ है मगर आज 72 घंटे बीत जाने के उपरांत भी पुलिस के हाथ कोई भी ऐसा सूत्रधार नहीं लग पाया जिसे मामले को सुलझाने के लिए इस्तेमाल किया जा सके। पुलिस लगातार हर एंगल से जांच तो कर रही है मगर पुलिस के हाथ खाली हैं।