Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Feb, 2018 02:39 PM
अमृतसर-जालंधर-लुधियाना के मैरिज पैलेस व रिजोट्स पर शिकंजा कसने की एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग ने तैयारी कर ली है। विभाग को लम्बे समय से सूचनाएं मिल रही हैं कि रिजोर्ट्स के प्रबंधक ग्राहकों से विवाह इत्यादि आयोजनों में मुंहमांगी रकम लेते हैं और सरकार...
अमृतसर (इन्द्रजीत/ टीटू): अमृतसर-जालंधर-लुधियाना के मैरिज पैलेस व रिजोट्स पर शिकंजा कसने की एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग ने तैयारी कर ली है। विभाग को लम्बे समय से सूचनाएं मिल रही हैं कि रिजोर्ट्स के प्रबंधक ग्राहकों से विवाह इत्यादि आयोजनों में मुंहमांगी रकम लेते हैं और सरकार को मामूली आंकड़े दिखाते हैं जिससे एक्साजइ एंड टैक्सेशन विभाग को गुड्ज के साथ-साथ सॢवस टैक्स की भी हानि होती है।
शहर में छापेमारी के लिए नकली ग्राहकोंं की टीमें तैयार
एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के जानकार लोगों का कहना है कि आने वाले समय में अमृतसर के कई बड़े रिजोर्टस पर छापे मारे जा सकते हैं। विभाग को पता चला है कि कई ऐसे रिजोर्ट भी हैं जो खपतकारों से 10 से 15 लाख रुपए तक 2 नंबर में वसूल करके बहीखातों में मामूली जानकारी देते हैं। इसमें सरकार को टैक्स की भारी हानि होती है। पता चला है कि अमृतसर के लिए विशेष तौर पर नकली ग्राहकों की टीमें बना ली गई हैं जो मैरिज पैलेस व रिजोर्टस में जाकर सौदेबाजी करेंगी और 2 नंबर के इस गोरखधंधे का ब्यौरा देगी। विभाग ने इस मास्टर प्लान के साथ वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए आधुनिक उपकरण भी तैयार कर लिए हैैं।
कैटरिंग व अन्य उपकरणों में होता है भारी मुनाफा
विभाग के अधिकारियों के अनुसार रिजोर्ट के किराए के साथ-साथ कैटरिंग में भी भारी मुनाफा होता है। पता चला है कि प्रति व्यक्ति प्लेट की कीमत 500 से लेकर 1200 रुपए तक लगाई जाती है, कई जगहों पर तो इससे भी अधिक है। अधिकतर पैलेस वालों ने अपने पास पक्के तौर पर कैटरर्स रखे हुए हैं जो पैलेस वालों के इशारे पर ग्राहकों से सौदेबाजी करते हैं। वास्तव में सामान बनाने वाले कारीगर जिन्हें कैटरर के रूप में पेश किया जाता है, उनके अपने कर्मचारी ही होते हैं। प्रति व्यक्ति खाने-पीने का खर्चा 60 रुपए से नीचे आता है जबकि बाकी का खर्चा लेबर ही लेती है जिसे कई गुना बढ़ा लिया जाता है।ग्राहकों का दोहन करने में लाइट एंड साऊंड, जैनरेटर व आर्कैस्ट्रा पाॢटयों से भी रिजोर्ट वालों की मिलीभगत होती है। कुल मिलाकर प्रोग्राम पर किए गए खर्च में अधिकतर रिजोर्ट वाले दोगुना से अधिक कमाई करते हैं।
ऐसे हुई जालंधर में कार्रवाई
3 दिन पहले एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग की टीम ने जालंधर के 2 नामी रिजोर्ट्स पर कार्रवाई से पूर्व नकली ग्राहक बनाकर सौदा किया और उनसे रिजोर्ट के किराए की बात की और उसकी रिकॉॄडग भी की गई। विभाग की टीमों ने दोनों रिजोटर््स पर छापामारी की।विभाग को कई प्रकार की ऐसी चीजें मिलीं जिनके बारे रिजोर्ट के मालिकों ने सरकार को अंधेरे में रखकर न केवल टैक्स की चोरी की बल्कि खपतकारों को भी जमकर चूना लगाया था। छापामारी करते हुए वीडियो रिकॉॄडग भी की गई और रिजोर्ट मालिकों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी। विभाग के अधिकारियों के अनुसार इन 2 रिजोर्टस पर लाखों में जुर्माना लग सकता है।
विभाग की टीमें सतर्क : गोत्रा
इस संबंध एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के डिप्टी कमिश्नर एच.पी.एस. गोत्रा से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि सरकार के सख्त निर्देश हैं कि टैक्स चोरी करने वाले किसी व्यक्ति से रियायत न की जाए। विभाग की टीमें पूरी तरह से सतर्क हैं। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि आने वाले समय में जालंधर के साथ-साथ अमृतसर और लुधियाना के रिजोर्ट्स पर भी छापेमारी की जाएगी।