अमृतसर(संजीव): आज सायं थाना बी डिवीजन के ठीक सामने गैंगस्टर सोनू कंगला के साथी बोबी मल्होत्रा ने अपने साथियों के साथ हरिया गैंग के सरगना राहुल हरिया व उसके साथी दीपू तथा सन्नी पर अंधाधुन्ध गोलियां चला दीं और हथियारों सहित फरार हो गए। खून से लथपथ तीनों घायलों को एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जिनमें से एक की मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर अमर सिंह चाहल, डी.सी.पी. जे. इलनचेलियन भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उल्लेखनीय है कि 30 अप्रैल को सोनू कंगला गैंग के बोबी मल्होत्रा ने अपने साथी दर्शन सिंह राजा, मिट्ठू, रघू व आशू के साथ तरनतारन रोड स्थित पुरानी चूंगी से हरिया गैंग के करणबीर को कार में अगवा कर गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतारा था। पुलिस अभी हत्या के इस मामले में किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई थी कि बोबी मल्होत्रा ने एक बार फिर सुल्तानविंड गेट पर विवाह समारोह से लौट रहे राहुल हरिया को उसके साथियों सहित गोलियां मार छलनी कर दिया।
जानकारी के अनुसार राहुल हरिया, दीपू व उसका भतीजा सन्नी मोटरसाईकिलों पर 100 फुटी रोड पर स्थित टी.टी. पैलेस से विवाह समारोह के उपरांत वापिस घर को लौट रहे थे। जिनकी सूचना कंगला गैंग के बॉबी मल्होत्रा को थी, जैसे ही राहुल हरिया अपने साथियों के साथ पैलेस से निकले तो बोबी मल्होत्रा अपने साथियों के साथ उसका पीछा करने लगा। जब वह सुल्तानविंड गेट पर पहुंचे तो इतने में हमलावरों ने उन पर अंधाधुन्ध गोलियां चलानी शुरू कर दीं जिससे तीनों घायल हो खून से लथपथ सड़क पर ही गिर गए। हमलावर वारदात को अंजाम दे मौके से भाग गए।
क्या कहना है पुलिस कमिश्नर अमर सिंह चाहल का:
पुलिस कमिश्नर अमर सिंह चाहल का कहना है कि थाना सुल्तानविंड में केस दर्ज कर हमलावरों की धरपकड़ के लिए छापामारी शुरू कर दी गई है। पुलिस 100 फुटी रोड से सुल्तानविंड गेट तक के रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरो की फूटेज भी खंगाल रही है।
रुक सकती थी आज की गैंगवार:
सरेबाजार सुल्तानविंड गेट पर गैंगस्टर सोनू कंगला के साथियों द्वारा हरिया गैंग पर अंधाधुंध गोलिया चलाने की यह वारदात रुक सकती थी। अगर समय रहते थाना सुल्तानविंड की पुलिस द्वारा 30 अप्रैल को तरनतारन रोड स्थित पुरानी चुंगी से अपहरण किए गए करणबीर को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतारे जाने की वारदात को गंभीरता से लिया होता। पुलिस को यह पता था कि कंगला गैंग के बॉबी मल्होत्रा, मिट्ठू, रघू, आशू व दर्शन सिंह वारदात को अंजाम देने के उपरांत शहर में ही घूम रहे हैं।